सुबह सुबह चूड़ियों की खनखनाहट सुनकर नरम नरम उंगलियां जब बालो में हरकत करती है और वो कोयल सी मीठी आवाज .."नु कह री हूँ रे अब उठ भी जाओ ना सुबह हो गई है " ..ऐ अल्लाह ऐसी हसीन सुबह देने के लिए तेरा लाख लाख शुक्र है ...😍😍