💐🌻🌸🍀🌺☘️🌹🌿🌷🌾🌴
अल-हज़ (Al-Haj):72 - और जब उन्हें हमारी स्पष्ट आयतें सुनाई जाती है, तो इनकार करनेवालों के चेहरों पर तुम्हें नागवारी प्रतीत होती है। लगता है कि अभी वे उन लोगों पर टूट पड़ेगे जो उन्हें हमारी आयतें सुनाते है। कह दो, "क्या मैं तुम्हे इससे बुरी चीज़ की ख़बर दूँ? आग है वह - अल्लाह ने इनकार करनेवालों से उसी का वादा कर रखा है - और वह बहुत ही बुरा ठिकाना है।
"अल-हज़ (Al-Haj):73 - ऐ लोगों! एक मिसाल पेश की जाती है। उसे ध्यान से सुनो, अल्लाह से हटकर तुम जिन्हें पुकारते हो वे एक मक्खी भी पैदा नहीं कर सकते। यद्यपि इसके लिए वे सब इकट्ठे हो जाएँ और यदि मक्खी उनसे कोई चीज़ छीन ले जाए तो उससे वे उसको छुड़ा भी नहीं सकते। बेबस और असहाय रहा चाहनेवाला भी (उपासक) और उसका अभीष्ट (उपास्य) भी
💐🌻🌸🍀🌺☘️🌹🌿🌷🌾🌴 With Zikr E Mewat , Bilal Ahmed , Arman Khan , Muskan Mewati , Arbaz Hussain , Aadil Hasan , Mohd Aijaz , Shah Rukh , mewati writex , Naim Iqbal , Istak Attu Sarpanch , Naseem Ahmad , My Village Press , Asjad mewati , Osaf Khan , Danish Khan